Movie Shaitaan Review: ”शैतान” मूवी की कहानी मैं अजय देवगन कबीर की भूमिका निभाते नज़रआये है। जिनका खुशनुमा परिवार है, वह पत्नी ज्योतिका, बेटी जाह्नवी (जानकी बोडीवाला), बेटे ध्रुव (अंगद राज) के साथ छुट्टी एंजॉय करने के लिये फॉर्म हाउस जाते है। वहां उनकी मुलाकात एक अजनबी वनराज (आर माधवन) से होती है, जो कबीर की एक छोटी सी मदद करता है पर यह जान-पहचान कबीर को बहुत भारी पड़ती है।
Movie Shaitaan में वनराज खुद को भगवान मानता है
खुद को भगवान मानने वाला वनराज , जाह्नवी पर काला जादू करके उसे अपने वश में कर लेता है। वह जाह्नवी को अपने साथ ले जाना चाहता है पर कबीर के रोकने पर जाह्नवी को चायपत्ती खाने, नॉनस्टॉप नाचने, बेतहाशा हंसने से लेकर अपने ही मां बाप और भाई पर जानलेवा हमले करने पर मजबूर कर देता है।
यह विकास बहल की निर्देशित फिल्म है
ये फिल्म पिछले साल की खूब वाहवाही बटोरने वाली गुजराती साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म ‘वश’ का रीमेक है। यह विकास बहल की निर्देशित फिल्म है। कहानी मैं टेंशन, डर और सिहरन भरे माहौल को दर्शक शुरू से ही महसूस करने लगते हैं, इसका श्रेय खासकर शैतान’ बने आर. माधवन और लाचार बनी जानकी की कमाल की अदाकारी को जाता है.
मूवी दर्शको का ध्यान नहीं भटकने देती
शैतान मूवी में आर माधवन की साइकोलॉजिकलअभिनय के साथ प्रस्तुत किया है। अजय देवगन और ज्योतिका ने बेबस मां-बाप का किरदार निभाया है,मूवी में अमित त्रिवेदी का म्यूजिक, सुधाकर रेड्डी और एकांती की सिनेमटोग्राफी और संदीप फ्रांसिस की बढ़िया एडिटिंग दर्शको का ध्यान नहीं भटकने देती है.
माधवन का किरदार…
माधवन का किरदार शैतान क्यों बनता है, फिल्म का अंत तर्क से अलग है. टोना टोटका,काला जादू, वशीकरण हमेशा से विवादित रहे है इन सब बातों का प्रमाणित तथ्य नहीं है. शिक्षित लोग इसे अंधविश्वास मानते हैं, पर ऐसा कोई भी परिवार नहीं है जो अपने बच्चो की नज़र नहीं उतारी हो ,यही काला जादू है जो हंसते-खेलते परिवार की जिंदगी में भूचाल ला देता है।
Movie Shaitaan Review
फिल्म में अजय देवगन ने कमाल का काम किया है । यह फिल्म फैमिली एंटरटेनर है पर दर्शकों को फिल्म पूरी तरह से कनेक्ट नहीं कर पाई। ऐसा प्रतीत हो रहा है की मेकर्स मोटिव डालना भूल गए हैं। फिल्म में हमें बहुत सारे प्रश्नों का जवाब नहीं मिलता।