Haldiram News: स्वदेशी कंपनी बनेगी परदेसी?

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Haldiram News: हल्‍दीराम स्‍नैक्‍स फूड प्राइवेट लिमिटेड देश की सबसे पुरानी स्‍नैक्‍स कंपनी है, ऐसे बहोत कम लोग ही होंगे जिन्होंने इसका स्वाद चखा ना हो। 87 साल के होने पर यह कंपनी हॉट कंपनी बन गई है। पर अब हल्‍दीराम स्‍नैक्‍स फूड प्राइवेट लिमिटेड का मालिकाना हक ऑफिशियल रूप से 3 बड़ी विदेशी कंपनियों ने पहली बार खरीदने की बात की हैं।

हल्दीराम जैसी स्वदेशी कंपनी परदेसी हो जाएगी

हल्‍दीराम स्‍नैक्‍स फूड प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली और नागपुर समूह अग्रवाल फैमिली का एक संयुक्त पैकेज्ड स्नैक्स एंड फूड बिजनेस है। हल्‍दीराम के प्रोडक्‍ट एक देसी स्‍वाद देने वाली यह कंपनी है। Haldiram News के अनुसार इसके बिकने की मिथ्या समाचार कई बार आई हैं। दुनिया की सबसे बड़ी इक्विटी निवेश कंपनी फर्म ब्लैकस्टोन के नेतृत्व कंटोर्टियम अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और जीआईसी सिंगापुर के साथ हल्दीराम में नियंत्रण हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है। पिछले हफ्ते हल्दीराम स्नैक्स फूड प्राइवेट लिमिटेड में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने के लिए एक नॉन- बाइन्डिंग बोली पेश की थी। अगर ऐसा हुआ तो हल्दीराम जैसी स्वदेशी कंपनी परदेसी हो जाएगी।

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दिल्ली ब्रांच और नागपुर ब्रांच के विलय की बात

हल्‍दीराम स्‍नैक्‍स फूड प्राइवेट लिमिटेड देश की सबसे पुरानी कंपनी है, अभी दिल्ली ब्रांच (हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड) और नागपुर ब्रांच (हल्दीराम फूड्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड) के विलय की बात हो रही हैं। वैसे तो पूरा हल्दीराम 3 ब्रांच में अलग अलग है, फिलहाल दिल्ली और नागपुर ब्रांच के विलय की बात सामने आ रही हैं। विलय के बाद यह एक ही ब्रांच मे तब्दील हो जाएगा जिसमें दिल्ली के मनोहर अग्रवाल व मधुसूदन अग्रवाल और नागपुर के कमल कीशन अग्रवाल की हिस्सेदारी 55 और 45 प्रतिशत क्रमशः होगी।

रिपोर्ट के अनुसार: Haldiram News

Economics Times की रिपोर्ट के अनुसार, Blackstone ने बाकी दो कंपनियों के Consortium के साथ मिलकर हल्‍दीराम का 76 % बिजनेस खरीदने का सोचा है। जिसे 8 से 8.5 अरब डॉलर (करीब 70 हजार करोड़ रुपये) की बोली लगाने की सोच रहा हैं। अगर यह डील पूरी होती है तो यह अब तक का देश का सबसे बड़ा प्राइवेट इक्विटी करार होगा।

हल्दीराम में 74 से 76% हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा

ब्लैकस्टोन और उसके पार्टनर्स हल्दीराम में 74 से 76% हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जताई हैं। ADIA और GIC दोनों ही ब्लैकस्टोन के वैश्विक फंडों के लिमिटेड पार्टनर्स या स्पॉन्सर हैं। दोनों गुटों का विलय 2023 मई में डाबर इंटरनेशनल के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी केके चुटानी के रूप में पहली बार किसी पेशेवर को हल्दीराम के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था।

सौदा हल्दीराम ब्रांच के बीच सफल विलय पर निर्भर

हर एक सौदा हल्दीराम के नागपुर और दिल्ली ब्रांच के बीच सफल विलय पर ही निर्भर करता है, जो NCLT (National Company Law Tribunal) द्वारा अप्रूव प्लान का हिस्सा हैं। इस विलय को पिछले साल कंप्टीशन कमीशन ऑफ इंडिया ने मंजूरी दी थी। इसके अगले 3-4 महीने में पूरा होने की उम्मीद हैं।

 

 

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Rohini Thakur

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