ICMR Warning: घरों के अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में चेतावनी दी गई है, ICMR ने कहा रोजाना उपयोग में आनी वाली घरों के चीजे जानलेवा हो सकती है। ICMR Warning के अनुसार ब्रेड और मक्खन जैसे खाद्य पदार्थों से मधुमेह, स्ट्रोक और मोटापा जैसे गंभीर रोग होने की संभावनए बढ़ जाती है जो मनुष्य को अस्वस्थ्य बना सकती है।
ICMR Warning: ICMR ने जारी की चौंकाने वाली रिपोर्ट
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने खाने-पीने की आदतों को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में ICMR ने कई आम फूड को ‘अल्ट्रा-प्रोसेस्ड’ भोजन की कैटेगरी में रखा है जिनमे ब्रेड, बटर और कुकिंग ऑयल जैसे रोजमर्रा के इस्तेमाल होने वाले चीजें भी शामिल हैं। ICMR ने बताया की इन घरेलू चीज अल्ट्रा-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में कृत्रिम तत्व होते हैं जिनमे पोषक तत्वों की कमी होती है और ये तत्व असुविधाजनक होते हैं।
ब्रेड-बटर या चीज खाना सेहत के लिए नुकसानदायक
ICMR ने ऐसे अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में चेतावनी देते हुए कहा है की अधिकांश घरों में सुबह नाश्ते में ब्रेड बटर का सेवन किया जाता है। कई लोग ब्रेड बटर को हेल्दी ऑप्शन मानकर चलते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है, ब्रेड-बटर या चीज खाना सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। ICMR द्वारा इन फूड्स को अपनी डेली डाइट से हटाने की सलाह दी गई है।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के ज्यादा सेवन से बीमारियों खतरा
ICMR के रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेड और बटर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स की श्रेणी में आते हैं, जिनमें चीनी, नमक फैट निगेटिव न्यूट्रिएंट्स आदि की मात्रा ज्यादा होती है, जबकि इनमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व कम होते हैं। ब्रेड बटर खाने से कई बार कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के साथ ही अन्य समस्याएं भी बढ़ सकती हैं, जिससे हार्ट अटैक तक का सामना करना पड़ सकता है व अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के ज्यादा सेवन से मोटापा, दिल की बीमारी, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ सकता है।
ICMR ने बताया…
ICMR ने बताया की लोग रोजाना खाने में ब्रेकफास्ट सीरियल्स, केक, पेस्ट्री और बिस्कुट, जैम, जेली और सॉस, सोया चंक्स और टोफू, वनस्पति तेल, रिफाइंड चीनी, चिप्स और फ्राइज, कमर्शियल ब्रेड, कमर्शियल रूप से तैयार पनीर तथा प्रोटीन पाउडर और पीनट बटर जैसे खाद्य पदार्थ अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड की कैटेगरी में शामिल होते है जिससे हमे कुछ फायदा तो नहीं होता लेकिन नुकसान जरूर होता हैं।
बार-बार तेल को गरम करने से हानिकारक फ्री रैडिकल्स
ICMR Warning रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर घरों व दुकानों में वनस्पति तेल का इस्तेमाल होता है जिनको वे बार-बार प्रयोग में लाते है जिससे तेल में अल्ट्रा-प्रोसेस्ड पदार्थ की उत्पत्ति होती है जो स्वास्थ्य के लिए बेहद ही हानिकारक होता है। ICMR ने एक बार फ्राई करने के बाद बचे हुए तेल को एक या दो दिन के अंदर यूज करने का सुझाव दिया है। बार-बार तेल को गरम करने से हानिकारक फ्री रैडिकल्स और अन्य विषाक्त पदार्थ बढ़ जाते हैं, जो शरीर में सूजन बढ़ाते हैं और लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए वनस्पति तेल की बजाय हाई स्मोक वाले तेलों का उपयोग करना चाहिए जैसे की एवोकाडो तेल का उपयोग सबसे ज्यादा करना चाहिए।