Jagannath Temple Gem Store: मंदिर के रत्न भंडार को 46 साल बाद खोला गया, BJP ने किया था वादा मंदिर के चारों दरवाजे भी खोले जाएंगे

Jagannath Temple Gem Store
Jagannath Temple Gem Store, Image Via: Flickr

Jagannath Temple Gem Store: रविवार, 14 जुलाई को पूरे भारत के लिए एक बहुत ही अद्भुत दिन था, क्योंकि इस दिन ओडिशा राज्य के सुप्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ के मंदिर के रत्न भंडार को 46 साल बाद खोला गया। जिसमें ओडिशा सरकार Jagannath Temple Gem Store के आभूषणों और अन्य मूल्यवान वस्तुओं की एक सूची तैयार करेगी और रत्न भंडार के वस्तुओं का एक विवरण भी तैयार करेगी। जिसे एक किताब के रूप में भी पढ़ कर ओडिशा की संस्कृति और भगवान जगन्नाथ का इतिहास मालूम किया जा सकेगा। तो आइए जानते है, क्या खास है? इस मंदिर में और क्यों यह रत्न भंडार 46 साल बाद खुल रहा हैं?

जगन्नाथ मंदिर के बारे में जानते हैं?

धार्मिक मान्यताओ के अनुसार, चार धामों में से यह जगन्नाथ मंदिर भी एक है। कहते है की आपकी यात्रा तभी पूर्ण मानी जाएगी, जब आपकी आखिरी यात्रा पूरी के जगन्नाथ मंदिर पर होगी। जगन्नाथ मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था। जिसमें अन्य कक्षों के साथ-साथ एक रत्न भंडार का भी निर्माण किया गया था। जिसमें जगन्नाथ मंदिर के तीनों देवताओं जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के गहने रखे गए हैं।

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Jagannath Temple Gem Store में क्या रखा हैं?

जगन्नाथ मंदिर के स्थापना के बाद वहां बहुत से राजाओं और भक्तों ने भगवान को कई सारे आभूषणों और रत्नों का चढ़ावा चढ़ाया था। जिसे Jagannath Temple Gem Store में रखा गया था। पुरी श्री जगन्नाथ मंदिर अधिनियम, 1952 के तहत तैयार किए गए अधिकारों के रिकॉर्ड में भगवान जगन्नाथ के आभूषणों की एक सूची शामिल है। जिसमें इन रत्नों का मूल्य आज तक नहीं आंका जा पाया है। यह आभूषण इतने बेशकीमती है की इनके जैसे और कोई भी आभूषण आज तक पूरी दुनिया में नहीं बनाए जा सके हैं।

Jagannath Temple Gem Store के दो भाग भीतरी भंडार और बाहरी भंडार

इस रत्न भंडार को अंतिम बार 46 साल पहले 14 जुलाई 1985 में खोला गया था। जिसके बाद से इसकी चाबी गायब थी। यह रत्न भंडार दो भाग भीतरी भंडार और बाहरी भंडार में बटा हुआ है। जिसमें भीतरी भंडार में भगवान को ना पहनाए जाने वाले आभूषण और उन रत्नों को रखा जाता है। जिसका उपयोग नहीं या बहुत कम किया जाता है तथा बाहरी भंडार में भगवान को अक्सर पहनाए जाने वाले आभूषणों और रत्नों को रखा जाता हैं। 

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Jagannath Temple Gem Store में सांपों का ढेर है?

बताया जा रहा है की यह आशंका जताई गई थी की रत्न भंडार में सांपों का ढेर है, जो इन रत्नों की रक्षा करते है। इसलिए टीम ने पहले ही इसकी तैयारी कर ली थी। जांच टीम ने रत्न भंडार को खोलने से पहले सांप पकड़ने वालों की दो टीमें बनाई गई थीं। एक अंदर गई थी और एक टीम बाहर तैनात थी। जिससे अगर कोई सांप बाहर की तरफ आता है, तो वह टीम उसे काबू कर सके। इन सभी बातों से परे जब रत्न भंडार का दरवाजा खोला गया तो वहाँ कोई सांप नहीं था। लेकिन मंदिर के एक सेवादार के मुताबिक रत्न भंडार के गहनों में पानी मिला हैं।

करीब 50 किलो 600 ग्राम सोने के जेवर होने की आशंका

बैठक में हुई चर्चा के अनुसार और ‘पुरोहितों’ और ‘मुक्ति मंडप’ के सुझावों के अनुसार, Jagannath Temple Gem Store खोलने का सही समय दोपहर 1:28 बजे था और जांचकर्ताओ ने उसे इसी समय खोला था। इस रत्न भंडार में तीन कक्ष है। जिसमें 25 गुणा 40 वर्ग फुट के आंतरिक कक्ष में 12,831 भरी से ज्यादा सोने के जेवर (एक भरी = 11.66 ग्राम) अर्थात करीब 50 किलो 600 ग्राम सोने के जेवर तथा कक्ष में 22,153 भरी चांदी के बर्तन और अन्य सामान अर्थात 134 किलो 50 ग्राम चांदी बर्तन और अन्य सामान उपस्थित है।

BJP ने ओडिशा के जनता से वादा किया था

Jagannath Temple Gem Store के बाहरी कक्ष में 95 किलो 320 ग्राम सोना और 19 किलो 480 ग्राम चांदी है। जिन्हे केवल त्योहारो पर ही निकाला जाता है व साथ ही वर्तमान कक्ष में तीन किलो 480 ग्राम सोना और 30 किलो 350 ग्राम चांदी है। इन सभी आभूषणों और कीमती वस्तुओ पर अमूल्य रत्न जड़े हुए हैं। दरअसल विधानसभा चुनाव में BJP ने ओडिशा के जनता से वादा किया था, की वो जीतने के बाद जगन्नाथ मंदिर के चारों दरवाजों और रत्न भंडार को खुलवाएंगे, और उन्होंने जीतने के बाद पहले इसी वादे को पूरा किया हैं।

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Rohini Thakur

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