AAP Funding Case: आम आदमी पार्टी की मुसीबतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। उनके सामने अब एक और समस्या आ के खड़ी हो गई है। AAP Funding Case के अनुसार 2014 से 2022 के बीच आम आदमी पार्टी को विदेशों से बड़ी संख्या में विदेशी फंडिंग हुई है ऐसा प्रवर्तन निदेशालय ने एक रिपोर्ट में गृह मंत्रालय को जानकारी दी है। इस खबर से आम आदमी पार्टी के लिए मुसीबत और बड़ गई है। केस से जुड़े सभी सवाल ED, CBI, गृह मंत्रालय और इलेक्शन कमीशन को दिए जा चुके हैं।
AAP Funding Case: 155 लोगों का एक ही पासपोर्ट नंबर
ईडी के अनुसार फंड ट्रांसफर करने के लिए 155 लोगों ने एक ही पासपोर्ट नंबर, क्रेडिट कार्ड, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने दावा किया कि दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी एफसीआरए (फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट) का उल्लंघन किया है।
AAP को विदेशी फंडिंग
प्रवर्तन निदेशालय के रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी को अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, ओमान और अन्य देशों से फंडिंग हुई थी। AAP को विदेशी फंडिंग से 7.08 करोड़ रुपये फंड ट्रांसफर हुए है। ED के अनुसार भारतीय बैंक अकाउंट में किए गए विदेश डोनेशन को छुपाने के लिए कनाडा में रहने वाले कुछ लोगों की राष्ट्रीयता और उनके नाम को फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स में छुपाकर रखा गया है।
आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा
ईडी ने 2021 में पंजाब के पूर्व MLA सुखपाल सिंह खैरा को गिरफ्तार किया था. ईडी को उनके साथ कई लोगों के खिलाफ ड्रग्स से जुड़ी मनी-लॉन्ड्रिंग के ईमेल और डॉक्यूमेंट मिले थे। हालांकि, सुखपाल सिंह खैरा कांग्रेस पार्टी में हैं। आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पीएम और भाजपा को लेकर अपना बयान दिया और कहा, ” मैं पीएम मोदी को लेकर गुस्से से भरी हूँ। दिल्ली और पंजाब की सभी 20 लोकसभा सीटों से भाजपा हारने वाली है। इसीलिए ईडी के जरिए षड्यंत्र रच रही है”। उन्होंने कहा शराब नीति घोटाले और स्वाति मालीवाल केस में फेल होने से भाजपा ने 11 साल पुराने केस को उठाकर आम आदमी पार्टी का नाम खराब करने की मोदी की साजिश है।