Coal India: नई दिल्ली में 15 मई बुधवार को सरकार ने कहा की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां Coal India, NMDC और ONGC विदेश लिमिटेड (OVL) विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज की तलाश शुरू करेंगी। OVL सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम की विदेशी निवेश शाखा है इन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) की विदेश में पहले से ही किसी न किसी तरह की मौजूदगी है। NMDC पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय है व उनके पास ऑस्ट्रेलिया में कुछ सोने की खदानें हैं और वे ऑस्ट्रेलिया में लिथियम खदानों पर भी गौर कर रहे हैं।
Coal India चिली में लिथियम ब्लॉक पर सक्रिय
खान सचिव V.L. कांथा राव ने अपतटीय खनन पर एक कार्यशाला के अवसर पर पत्रकारों को बताते हुए कहा की ‘‘सचिवों के समूह ने निर्णय लिया है कि ये कंपनियां जो की Coal India, NMDC, ONGC और OVL आगे बढ़ें और विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज पर भी ध्यान दे रही हैं व ये कंपनियां पहले से ही विदेशों में कारोबार कर रही हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया चिली में कुछ लिथियम ब्लॉक पर सक्रिय रूप से काम कर रही है जिससे कोल इंडिया सक्रिय हो रही है।
भविष्य में खनिजों की मांग और भी तीव्र रूप से बढ़ेगी
ऑस्ट्रेलिया में कुछ सोने की खदानें हैं और वे ऑस्ट्रेलिया में लिथियम खदानों पर भी गौर कर रहे हैं, लेकिन सबसे दुर्लभ तत्व निकल, कोबाल्ट, तांबा, लिथियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज आज पवन टरबाइन और बिजली नेटवर्क से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों में तेजी से बढ़ती स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में से कई में आवश्यक घटक के रूप में नजर आ रहे हैं। भविष्य में इन ऊर्जाओ का प्रयोग व बदलाव में तेजी आने के कारण इन खनिजों की मांग और भी तीव्र रूप से बढ़ेगी।
परिसंपत्तियों के अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी
हिंदुस्तान कॉपर (HCL), नाल्को और मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉरपोरेशन (MICL) का एक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) खनिज विदेश इंडिया (KBAIL) ने अपने विदेशी खनिज अन्वेषण उद्यम के लिए कोल इंडिया (CIL) और NMDC को भागीदार बनाने की मांग की है। KABIL वर्तमान में चिली, बोलीविया और अर्जेंटीना में लिथियम और कोबाल्ट की तलाश कर रहा है, और यह प्रक्रिया उचित परिश्रम के चरण में है। दो बड़े खनन, CIL और NMDC, KABIL में शामिल होने से नई पूंजी लाएगी, जिससे विदेशी खनिज अन्वेषण और परिसंपत्तियों के अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी आ सकती है।
सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर स्टेशन लागू
बताया जा रहा है की पहला MPPGCL के अमरकंटक थर्मल पावर स्टेशन के मौजूदा परिसर में स्थित सेवानिवृत्त उत्पादन इकाइयों की जगह 1×660 मेगावाट सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर स्टेशन को लागू करने के लिए साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) और मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी लिमिटेड (MPPGCL) के बीच एक संयुक्त उद्यम है। सरकार से KABIL बोर्ड चाहता है कि खनिज अन्वेषण परियोजना चरण में जाने से पहले CIL और NMDC भागीदार बनें, ”निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के एक अधिकारी ने FE को बताया।
12 खनिज संपत्तियों की खोज करने का अधिकार है: अरुण कुमार शुक्ला
अधिकारियों द्वारा जानकारी में उन्होंने कहा है की KABIL के बोर्ड ने पहले ही प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और DIPAM से मंजूरी के लिए प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया है । HCL के CMD अरुण कुमार शुक्ला ने कहा कि KABIL को विदेशों में 12 खनिज संपत्तियों की खोज करने का अधिकार है, जो या तो भारत में उपस्थित नहीं हैं या दुर्लभ भंडार हैं जिसके लिए इसे आयात करना पड़ता है, लेकिन उन्हे वर्ष 2019 में गठित SPV को अन्वेषण और अधिग्रहण दोनों में तेजी लाने के लिए अधिक नकदी की आवश्यकता थी। जिसके बाद CPSU होने के नाते वह सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करेगी।