DP Yadav: एक बेहद ही दुखद खबर आ रही है जिसमें समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष DP Yadav ने मुरादाबाद के मझोला के बुद्धि विहार स्थित आवास के ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में डिप्रेशन के कारण खुद को पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। दरअसल डिप्रेशन की वजह यह होने की संभावना जताई जा रही है की इस लोकसभा के दौरान सपा ने उन्हे पद से हटा कर जयवीर सिंह यादव को जिला अध्यक्ष बना दिया था।
मातम का माहौल
इस दुखद घटना की सूचना से सभी हैरान है तथा समाजवादी पार्टी में इस समय मातम का माहौल छाया हुआ है। घटना की जानकारी पा कर DP Yadav के भाई विजयवीर सिंह यादव, जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव, जिला महासचिव राय मुदस्सर खान, MLC डॉक्टर जयपाल सिंह व्यस्त तथा तुंगीश यादव समेत कई और भी नेता व बड़ी हस्तिया उनके घर पहुंची।
परिवार के साथ गए थे हरिद्वार
बताया जा रहा है की 7 जून शुक्रवार को DP Yadav परिवार के साथ हरिद्वार गए थे। शाम को ही हरिद्वार से लौटे थे। उनके परिवार में पत्नी, बेटे अंकित यादव और बेटी अंजली के साथ वे कुशलतापूर्ण बुद्धि विहार स्थित दो मंजिला आवास में रहते थे। 8 जून शनिवार को सुबह करीब 7 : 30 बजे डीपी यादव गायब हो गए जिसके बाद सभी ने उनकी तलाश की उस वक्त परिवार के लोग पहली मंजिल पर अपने अपने कमरों में मौजूद थे जिसके कारण वे नीचे नहीं आए और DP Yadav को ढूढने लगे।
पूरे घर में ढूंढा जा रहा था DP Yadav को
सभी ने अच्छे तरीके से ढूंढा लेकिन किसी को भी डीपी यादव पहले मंजिल पर नहीं मिले जिसके बाद डीपी यादव की बेटी अंजली ने नौकर से कहा कि पापा दिखाई नहीं दे रहे है जिसके बाद नौकर ने देखा कि मुख्य गेट अंदर से बंद है। उनके बाहर होने की संभावना भी खत्म हो गई थी तथा उनको यही लगा की DP Yadav घर में ही है जिसके बाद नौकर ने पूरे घर की अच्छी तरह छान-बिन की.
नौकर ने जब देखा की स्टोर रूम का दरवाजा अंदर से बंद है तब उन्हे थोड़ा अजीब लगा जिससे उन्होंने शोर मचाकर सभी को वहाँ बुला लिया। नौकर के इस तरह से बुलाने पर सभी घबरा गए और जल्दी से नीचे उतर गए तथा उन्होंने धक्का मारकर स्टोर रूम का दरवाजा तोड़ दिया जिसे उन्होंने देखा की फर्श पर डीपी यादव का शव पड़ा था तथा पास में ही पिस्टल पड़ी थी व DP Yadav की धड़कने रुक चुकी थी।
पुलिस को दी घटना की सूचना
घटना की सूचना DP Yadav के परिवार वालों ने पुलिस को दी। वहाँ पहुँच कर पुलिस ने पिस्टल कब्जे में ले ली तथा फोरेंसिक टीम ने मौके से नमूने लिए तथा पूछताछ अभी भी जारी है। SSP हेमराज मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि ”DP Yadav समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष थे। अभी डीपी सिंह यादव के परिजनों ने किसी भी तरह की रंजिश से इनकार किया है। फिलहाल पुलिस परिजनों द्वारा डिप्रेशन के चलते आत्महत्या की बात को मानते हुए जांच पड़ताल कर रही है। मौके से पुलिस को कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।”
सिर में मारी गोली
परिजनों ने बताया है की ”वो पिछले तीन महीने से मानसिक रूप से डिप्रेशन में चल रहे थे, जिस वजह से उनका एक डॉक्टर से इलाज भी चल रहा था। पूर्व जिला अध्यक्ष डीपी यादव ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से सिर में गोली मार ली। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई है।
टिकट को लेकर सपा में हुई थी नोक-झोंक
बताया जा रहा है हुआ कुछ यूं था की लोकसभा के दौरान समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओ के बीच खींचतान हो रही थी तथा मुरादाबाद लोकसभा टिकट को लेकर सपा में काफी नोक-झोंक हुई थी जिसके बाद यह निर्णय लिया गया की पहले तत्कालीन सांसद HT हसन को टिकट दिया गया, फिर आखिर में HT हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को दे दिया गया। बताया जा रहा है कि DP Yadav HT हसन के गुट के थे, इसके बाद ही उन्हें जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था जिसके पश्चात डी.पी यादव चुनाव प्रचार में भी कही भी नज़र नहीं आए।