G7 summit 2024: 50वां G7 summit 2024 13 से 15 जून, 2024 तक इटली के अपुलिया के फसानो में आयोजित किया जा रहा है जिसमें की इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और अन्य सहित आर्थिक रूप से समृद्ध देशों के शीर्ष नेता मिलने वाले है तथा शुक्रवार को आयोजित होने वाले आउटरीच सत्र के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया हैं।
इटली कर रहा है मेज़बानी
इस सम्मेलनन में G7 के सात देशों के नेताओ की बैठक होने वाली है। इन सात देशों के नेताओ में जापान, फ्रांस, अमेरिका, इटली, कनाडा, यूके, जर्मनी के नेताओं के साथ-साथ यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। यह इटली 13-15 जून को Group of Seven (G7) के प्रमुख लोकतंत्रों के नेताओं के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेज़बानी कर रहा हैं।
इनका किया गया स्वागत
इस सम्मेलन की शुरुआत आज से हुई जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन, यूनाइटेड किन्डम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ़्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रो, जर्मन चासंलर ओलाफ स्कोल्ज़ तथा यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल का स्वागत करने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी पहुंची तथा उन्होंने सबका स्वागत किया व सभी को अपने साथ बोर्गो एग्नाज़िया के लक्जरी रिसॉर्ट में ले कर गई।
G7 summit 2024 का एजेंडा
वैश्विक मामलों पर तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन जिसमें एजेंडे में रूस-यूक्रेन संघर्ष, मध्य पूर्व के मुद्दे, जलवायु और ऊर्जा संबंध, प्रवास, खाद्य सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नैतिक उपयोग शामिल है। रूस-यूक्रेन संघर्ष एजेंडे पर हावी होने वाला है क्योंकि जी 7 के नेताओं – यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका,कनाडा, फ्रांस और जापान – की मेजबानी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी द्वारा एड्रियाटिक तट पर बोर्गो एग्नाज़िया के लक्जरी रिसॉर्ट में की जा रही हैं।
13 जून, गुरुवार को G7 summit 2024 के शुरू होने के समय अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden (जो बिडेन) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार Jake Sullivan (जेक सुलिवन) ने कहा, “G7 के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि हम सभी लोकतंत्र हैं, इसलिए यहां के नेताओं को अपने देश में दिन-प्रतिदिन राजनीतिक रूप से चीजों को चुनने का अधिकार नहीं है।”
इस बार G7 के सामने है गंभीर विषय
गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को होने वाले G7 summit 2024 में वैसे तो देखा जाए की देश-विदेश में चल रहे मुद्दों पर चर्चा करने व उन्हे सुलझाने के लिए की जाती है। इस बार के जो विषय G7 के सामने है वे थोड़े गंभीर है जिनमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रसार और अफ्रीका के मुद्दों, जलवायु परिवर्तन और चीन जैसे चिरस्थायी मुद्दे, वैश्विक संघर्षों तथा विशेष रूप से महाद्वीप से यूरोप में अनियंत्रित प्रवास के बारे में इटली की दीर्घकालिक चिंता पर केंद्रित हैं।
G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले पहले पोप होंगे पोप फ्रांसिस
बताया जा रहा है की यह सम्मेलन जो बिडेन का अंतिम G7 शिखर सम्मेलन हो सकता है, जो उनके पूर्ववर्ती और दक्षिणपंथी रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प के साथ तनावपूर्ण अमेरिकी राष्ट्रपति पद के मुकाबले से पांच महीने पहले हो रहा है। पोप फ्रांसिस G7 summit 2024 में भाग लेने वाले पहले पोप होंगे उन्हें कृत्रिम बुद्धिमत्ता से उत्पन्न जोखिमों को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था तथा इस सम्मेलन में ज़ेलेंस्की के अलावा, तुर्की, ब्राज़ील और भारत के नेता भी इटली वार्ता में भाग लेंगे।
यह G7 का 50वां सम्मेलन होने वाला है जो की काफी बड़े-बड़े मुद्दों की चर्चा कारने व उन्हे सुलझाने के लिए आयोजित किया गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को ग्रुप ऑफ सेवन की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था, जो गुरुवार को दक्षिणी इटली के अपुलिया क्षेत्र के बारी शहर के दक्षिण-पूर्व में स्थित बोर्गो एग्नाज़िया के लक्जरी रिसॉर्ट में शुरू हो रही हैं।