Gallantry Awards 2024: 05 जुलाई, 2024 शुक्रवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रक्षा अलंकरण समारोह का आयोजन हुआ। इस Gallantry Awards 2024 में (चरण-1) में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य एवं संघ शासित प्रदेश पुलिस के कर्मियों को देश की रक्षा मेंं शौर्य, बलिदान और समर्पण दिखाने वाले जवानों को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया।
Gallantry Awards 2024: 10 कीर्ति चक्र और 26 शौर्य चक्र किए गए प्रदान
Gallantry Awards 2024 समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति के साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कई कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे। इनमें वीर राज्य/केंद्र शासित प्रदेश पुलिस कर्मियों को वीरता पुरस्कार (Gallantry Awards 2024) प्रदान किया गया। जिनमें 10 कीर्ति चक्र (सात मरणोपरांत) और 26 शौर्य चक्र (सात मरणोपरांत) थे।
किन्हें दिया जाता है Gallantry Award?
इसें हिन्दी में वीरता पुरस्कार कहा जाता है। यह पुरस्कार उन लोगों को समर्पित है जो खतरनाक परिस्थितियों में वीरता और बलिदान के कार्यों से पहचाने जाते हैं। ये पुरस्कार केवल क्लासिकल रूप से सैन्य कर्मियों, कानून प्रवर्तन अधिकारियों और नागरिकों को दिए जाते हैं। जिन्होंने अपने कर्तव्यों को पूरा करने के लिए निस्वार्थता और उल्लेखनीय साहस प्रदान किया है।
कब हुआ था इस पुरस्कार का प्रारंभ?
गैलेंट्री अवार्ड्स स्वतंत्र भारत में पहली बार भारत सरकार द्वारा 26 जनवरी, 1950 को प्रारंभ किए गए। इन पुरुस्कारों को 15 अगस्त, 1947 से प्रभावी माना गया था। पहले तीन पुरुस्कारों के नाम परमवीर चक्र, महावीर चक्र एवं वीर चक्र थे। इसके बाद भारत सरकार द्वारा अन्य वीर पुरुस्कारों में 04 जनवरी, 1952 को अशोक चक्र श्रेणी-I, अशोक चक्र श्रेणी-II और अशोक चक्र श्रेणी-III को प्रारंभ किया गया। इन पुरस्कारों का जनवरी, 1967 को क्रमशः अशोक चक्र, कीर्ति चक्र तथा शौर्य चक्र के रूप में पुनः नामकरण किया गया था।
Gallantry Awards 2024: कुछ वीरों के बारे में
- कैप्टन अंशुमान सिंह (सेना चिकित्सा कोर, 26 वीं बटालियन पंजाब रेजिमेंट) – कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनकी माता मंजू सिंह और पत्नी स्मृति ने राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार किया। 19 जुलाई 2023 को अंशुमान सिंह ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर मेंं अपने साथियों की जान बचाते हुए शहीद हो गए।
- राइफलमैन आलोक राव (18 असम राइफल्स) – राष्ट्रपति द्वारा राइफलमैन आलोक राव के माता-पिता ने बेटे के शौर्य चक्र को स्वीकार किया। राइफलमैन आलोक राव ने मणिपुर में एक ऑपरेशन के दौरान सशस्त्र विद्रोहियों के साथ मुठभेड़ हुई जिसमें उनको गोली लगने के बावजूद भी देश की रक्षा के लिए लड़ाई जारी रखी और शहीद हो गए।
वीर पुरुस्कार की दो श्रेणीयां है –
प्रथम श्रेणी –
- परमवीर चक्र
- महावीर चक्र
- वीर चक्र
द्वितीय श्रेणी –
- अशोक चक्र
- कीर्ति चक्र
- शौर्य चक्र
1. कीर्ति चक्र (मरणोपरांत) वीरों के नाम –
- इंस्पेक्टर दिलीप कुमार दास (CRPF)
- हेड कांस्टेबल राज कुमार यादव (CRPF)
- कांस्टेबल बबलू राभा (CRPF)
- कांस्टेबल शंभू रॉय (CRPF)
- सिपाही पवन कुमार (ग्रेनेडियर्स, 55 वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स सेना)
- कैप्टन अंशुमान सिंह (सेना चिकित्सा कोर, 26 वीं बटालियन पंजाब रेजिमेंट सेना)
- हवलदार अब्दुल माजिद (9 वीं बटालियन पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) सेना)
2. शौर्य चक्र (मरणोपरांत) वीरों के नाम –
- कांस्टेबल सैफुल्ला कादरी (जम्मू और कश्मीर पुलिस)
- मेजर विकास भांभु (ARMY)
- मेजर मुस्तफा बोहरा (ARMY)
- राइफलमैन कुलभूषण मांटा (ARMY)
- हवलदार विवेक सिंह तोमर (ARMY)
- राइफलमैन आलोक राव (ARMY)
- कैप्टन एमवी प्रांजल (ARMY)
3. कीर्ति चक्र सम्मानित वीरों के नाम –
- मेजर दिग्विजय सिंह रावत (21वीं बटालियन पैराशूट रेजिमेंट )
- मेजर दीपेंद्र विक्रम बासनेट (4वीं बटालियन सिख रेजिमेंट)
- सूबेदार पवन कुमार यादव (21वीं बटालियन महार रेजिमेंट)
4. शौर्य चक्र से सम्मानित वीरों के नाम –
- कांस्टेबल गमित मुकेश कुमार (CRPF)
- सब इंस्पेक्टर अमित रैना (जम्मू और कश्मीर पुलिस)
- सब इस्पेक्टर फिरोज अहमद डार (जम्मू और कश्मीर पुलिस)
- कमांडेंट बिभोर कुमार सिंह (CRPF)
- कांस्टेबल वरुण सिंह (जम्मू और कश्मीर पुलिस)
- पुलिस अधीक्षक मोहन लाल (जम्मू और कश्मीर पुलिस)
- मेजर राजेंद्र प्रसाद जाट (ARMY)
- मेजर रवीन्द्र सिंह रावत (ARMY)
- नायक भीम सिंह (ARMY)
- मेजर सचिन नेगी (ARMY)
- मेजर मानेओ फ्रांसिस (ARMY)
- विंग कमांडर शैलेश सिंह (AIR Force)
- लेफ्टिनेंट बिमल रंजन बहेरा (NAVY)
- एक्स हवलदार संजय कुमार (ARMY)
- फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऋषिकेश जयन करुथेदाथ (AIR Force)
- कैप्टेन अक्षत उपाध्याय (ARMY)
- नायब सूबेदार बारिया संजय कुमार भ्रमर सिंह (ARMY)
- एक्स मेजर अमनदीप जाखड़ (ARMY)
- परषोत्तम कुमार (ARMY)