Hathras Stampede: 1 जुलाई मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें प्रवचन सुनने आए लोगों की जान चले गई तो कहीं कुछ लोग घायल हैं। इस सत्संग का आयोजन बाबा नारायण हरि के संगठन ने करवाया था जिसमे ‘भोले बाबा’ उर्फ बाबा नारायण हरि जी का प्रवचन था। मिली जानकारी के अनुसार भगदड़ में 121 से भी ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है।
केवल एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था
दरअसल बाबा नारायण हरि का सत्संग डेढ़ सौ बीघा जमीन वाले स्थान मेंं था जिसमें करीब डेढ़ लाख लोग मौजूद थे, जबकि सत्संग मेंं केवल एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। इस सत्संग का नाम मंगल मिलन सदभावना समागम था। यह कार्यक्रम लगभग 11:30 बजे शुरू हुआ था।
Hathras Stampede: दर्शन के लिए हुई धक्का मुक्की
यह सत्संग के समाप्त होने के बाद वहां सभी वापिस जाने लगे उसी दौरान बाबा का काफिला निकाला तो सभी श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए धक्का मुक्की करने लगे और इस घटना के कारण भगदड़ (Hathras Stampede) मच गई। यहाँ सड़क किनारे खेत में पानी भरा हुआ था और श्रद्धालु पानी और कीचड़ में फंसकर गिर गए। सत्संग मेंं भगदड़ मचने से 121 से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जिनमे से ज्यादातर महिलायें और बच्चे हैं।
घटना स्थल पर ही हुई बहुत से लोगों की मौत
इस घटना स्थल मेंं स्थित लोगों ने यह बताया की सत्संग खत्म होने के बाद लोग एकदम से बाहर निकलने लगे और भगदड़ मच गई। भगदड़ मचने के बाद SDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और घायलों को अस्पताल मेंं भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बहुत से लोगों की मौत घटना स्थल पर ही हो गई।
प्रशासन द्वारा जारी मृतक श्रद्धालुओं की सूची –
राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। मौत का कारण दम घुटना बताया जा रहा है, बताया जा रहा है की सड़क के किनारे खेत मेंं पानी भरा हुआ था जिसके कारण वहाँ बहुत कीचड़ थी। बाबा की चरणों की धूल लेने के लिए अनुयायियों मेंं भगदड़ मच गई जिससे लोगों के पैर कीचड़ मेंं फस गए और वे गिर कर दबते चले गए जिसके कारण बच्चों और महिलाओं के मुंह-नाक में कीचड़ भर गया।
80 हजार लोगों के सम्मिलित होने की थी अनुमती
हाथरस भगदड़ कांड के जांच के दौरान पता चला है कि बाबा का असली नाम सूरज पाल सिंह है। यह पुलिस विभाग में कांस्टेबल रहे हैं, बाबा की पत्नी उनके साथ रहती हैं और बाबा के बच्चे नहीं हैं। स्थानीय एसडीएम ने सिर्फ 80 हजार लोगों के सम्मिलित होने की अनुमती दी थी, लेकिन अनुमति से ज्यादा लोगों को सत्संग के आयोजकों ने इकट्ठा किया था।
दो लाख रुपये और मुआवजा
Hathras Stampede मामले मेंं पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर जांच के आदेश दिए हैं और उन्होंने कहा की दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस हादसे में जिन लोगों की जान गई है उन्हें दो-दो लाख रुपये मिलेगा। साथ ही घटना स्थल पर हुए घायलों को भी मुआवजा दिया जायगा। इस हादसे पर राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त की।
कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश
वकील विशाल तिवारी ने Hathras Stampede मामले मेंं सुप्रीम कोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार को 2 जुलाई की घटना पर स्थिति रिपोर्ट पेश करने और लापरवाही करने वाले अधिकारियों तथा अन्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश देने की अपील की है। इस याचिका में सरकारों को ब्लॉक/तहसील से उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति जिला स्तर पर देने का निर्देश देने को कहा गया है।