Kangana Ranaut: अभिनेत्री और नवीन सांसद कंगना रनौत को 6 जून को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर एक महिला के साथ कहा-सुनी हो गई। कंगना रनौत से यह घटना दिल्ली जाते समय हुई, जिसमें महिला ने कंगना रनौत को थप्पड़ जड़ दिया है। वह महिला CISF गार्ड बताई जा रही है। घटना का समय दोपहर करीब 3:00 बजे रहा होगा, जब Kangana Ranaut चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थी। हालांकि दोपहर 3:30 बजे कंगना वहाँ से जा चुकी थी।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पुलिस ने Kangana Ranaut केस की बात नकारी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना बताई गई है, लेकिन चंडीगढ़ एयरपोर्ट पुलिस अभी कोई भी बातें बताने से नकार रहें है। हालांकि कुछ भी बातें साफ तौर पर सामने नहीं आ रही है। Kangana Ranaut को चंडीगढ़ से दिल्ली विस्तारा एयरलाइन्स से जाना था। इसी बीच सिक्योरिटी चेक के दौरान कंगना की सिक्योरिटी महिला के साथ बहस बाजी हुई थी।
कहा से सांसद बनी कंगना?
Kangana Ranaut एक एक्ट्रेस होने के साथ अब वह बीजेपी सांसद भी हो गई है। वह इस लोकसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी की उम्मीदवार बनकर कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 72,088 वोटों से हरा कर, इस सीट को अपने नाम किया है।
महिला CISF गार्ड ने क्यों मारा Kangana Ranaut को?
Kangana Ranaut को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ जड़ने की कोशिश करने वाली महिला CISF गार्ड का नाम कुलविंदर कौर बताया जा रहा है। कुलविंदर कौर ने कंगना रनौत से एक बयान से नाराज़गी के चलते ऐसा कदम उठाया। दरअसल कंगना रनौत ने किसान आंदोलन को लेकर एक बयान दिया, जिसमे वह कहती है की पंजाब की महिलाएं पैसे लेकर प्रदर्शन करने पहुंची हैं। इस बयान से कुलविंदर कौर आहत थी।
कंगना के साथ चल रहे मयंक मधुर ने बताया
Kangana Ranaut ने इसके बाद पुलिस में शिकायत दी है और आरोप लगाते हुए सख्त एक्शन लेने की मांग की हैं। कंगना के साथ चल रहे मयंक मधुर ने बताया की कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मारने की कोशिश की है। जिसके बाद कुलविंदर कौर को अभी कमांडेंट के कमरे में बिठाया गया है।
दिल्ली के लिए रवाना हो रही थी कंगना
Kangana Ranaut लोकसभा चुनाव जीतने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गई थी। कंगना ने सोशल मीडिया पर अपनी फोटो शेयर करते हुए बताया था कि, वो संसद जा रही हैं। उन्होंने अपनी तस्वीर भी इंस्टाग्राम पर शेयर की है। कंगना रनौत हमेशा अपने बयानों के चलते विवादों में घिर जाती है। उनका बॉलीवुड करियर शानदार रहा और राजनैतिक जीवन का भी आरंभ हो गया है।