Kerala: 15 जुलाई सोमवार को तिरुवनंतपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज में 2 दिनों से लिफ्ट में फंसे मरीज को बचाया गया था। अक्सर ऐसी खबर सोसाइटी में किसी के लिफ्ट में फंसने की आती है पर अब अस्पताल में चेकप कराने गए एक व्यक्ति के लिफ्ट में फसने की घटना सामने आई है। एक लिफ्ट में फंसे मरीज ने आवाज लगाने की पुरी कोशिश की लेकीन उसकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं था। अब इस मामले की कार्यवाही अधिकारियों ने संभाल ली है।
Kerala: 2 दिनों तक फसा रहा व्यक्ति
दरअसल एक रिपोर्ट के अनुसार Kerala के तिरुवनंतपुरम में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल की लिफ्ट के अंदर एक 59 साल का व्यक्ति 2 दिनों से फंसा हुआ था। व्यक्ति का नाम रविन्द्रन नायर बताया जा रहा है जो उल्लूर के रहने वाले थे। वह 13 जुलाई शनिवार की सुबह अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग में पीठ दर्द की समस्या से गए थे। डॉक्टर से परामर्श करने और कुछ परीक्षण करवाने के बाद, जब वे कुछ दस्तावेजों के साथ परिसर में लौटे तो वें आउट पेशेंट ब्लॉक की लिफ्ट में फंस गए थे।
खूब चिल्लाए साथ ही अलार्म भी बजाया
रविन्द्रन नायर ने बताया की पहली मंजिल पर जाने के लिए ग्राउंड फ्लोर से लिफ्ट में चढ़ा और जब पहली मंजिल पर लिफ्ट पहुंची तो दरवाजा खुला ही नहीं। उन्होंने दावा किया की वह मदद के लिए खूब चिल्लाए थे साथ ही अलार्म भी बजाया, लेकिन किसी ने भी उनकी आवाज नहीं सुनी थी और वे लिफ्ट के भीतर लिखे सभी इमरजेंसी पर कॉल किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। इस दौरान उनका फोन भी बंद था जिसके कारण वें किसी से भी संपर्क नहीं कर पाए और उन्होंने कहा की मुझे लिफ्ट के अंदर समय का पता नहीं चला रहा था।
ऑपरेटर की मदद से निकले बाहर
रविन्द्रन नायर का कहना है की वह सिर्फ इंतजार करने लगे थे। उन्होंने कहा कि सोमवार को एक ऑपरेटर आया मैंने अलार्म बजाया। दोनों ने मिलकर लिफ्ट का दरवाजा खोलने की कोशिश की और तब वें बाहर निकल पाए। उनकी आशा थी की सोमवार को कोई आएगा तो वह बाहर जरूर निकल सकते हैं।
मेडिकल चेकअप के लिए किया गया भर्ती
रिपोर्ट के अनुसार ब्लॉक में चार लिफ्ट है जिसमें से एक लिफ्ट सही से काम नहीं कर रही थी। उस खराब वाली लिफ्ट में नायर गलती से चढ़ गए। पुलिस के अनुसार हॉस्पिटल में रोजाना की तरह काम करने पहुंचे एक ऑपरेटर ने उन्हे बचाया है। हालांकि अभी रविन्द्रन नायर को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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अधिकारियों ने मांगा स्पष्टीकरण
अब इस मामले की जांच अधिकारियों को सौंपी गई है और अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। केरल राज्य की हेल्थ मिनिस्टर वीना जॉर्ज ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और एक रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य विभाग ने इस केस से जुड़े तीन स्टाफ सदस्यों – दो लिफ्ट ऑपरेटरों और एक ड्यूटी सार्जेंट को सस्पेंड कर दिया है। मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि इस लिफ्ट का नियमित रूप से इस्तेमाल नहीं किया जाता था। हॉस्पिटल के अधिकारियों ने इंजीनियरिंग विभाग से घटना के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
शनिवार से फंसे थे लिफ्ट में
रविन्द्रन नायर के बेटे हरि शंकर ने बताया की उनके पिता 2 दिन तक लिफ्ट में फंसे होने पर काफी सदमे में हैं। नायर के बेटे ने कहा – “मेरे पिता ने बताया कि वह लिफ्ट के भीतर अलार्म बजाते रहे लेकिन कोई बचाने नहीं आया।” उनके पिता करीब शनिवार की दोपहर करीबन 12 बजे वह लिफ्ट में फंसे हुए थे। जब रविन्द्रन नायर का फोन नहीं लगा तो परिवारवालों ने 14 जुलाई रविवार की शाम को मेडिकल कॉलेज पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
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