Mithun Chakraborty: पद्म भूषण के बाद अब इस सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार से नवाजा जाएगा मिथुन दा को

Mithun Chakraborty
Mithun Chakraborty, image via: IMDB

Mithun Chakraborty: 30 सितंबर अर्थात सोमवार को यूनियन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर खुशखबरी शेयर करते हुए बताया की इस साल का दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड Mithun Chakraborty को दिया जाएगा। फिल्मी करियर के अलावा मिथुन चक्रवर्ती और भी कई कार्यों मे योगदान दिया है जिससे वे एक अच्छे नागरिक और अभिनेता के रूप में प्रचलित है। एक्टर को ये अवॉर्ड 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स सेरेमनी के दौरान अर्थात 8 अक्टूबर 2024 को दिया जाएगा।

इन भाषाओं की फिल्मों में कर चुके हैं काम

हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता Mithun Chakraborty ने अपने करियर में कई ऐसी फिल्में की हैं जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। उन्होंने अपने 5 दशक के करियर में बांग्ला, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, ओडिया और भोजपुरी फिल्मों में काम कर चुके हैं। हिंदी सिनेमा में उनका अहम योदगान रहा है। घोषणा के बाद मिथुन के प्रसंशक ने अपना प्यार जताया और उनके इस सम्मानित पुरुस्कार के लिए उनके प्रसंशक ने उनको ढेर सारी बधाईया दी हैं व अभिनेता ने उन्हें प्यार करने वाले सभी लोगों का आभार जताया हैं।

यह थी Mithun Chakraborty की पहली फिल्म

16 जून, 1950 को जन्मे Mithun Chakraborty का बचपन मे नाम गौरांग चक्रवर्ती था। एक भारतीय फिल्म अभिनेता होने के साथ ही मिथुन सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी और राज्यसभा के सदस्य भी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुवात वर्ष 1976 में कला फिल्म मृगया से की थी। उनके करियर की शुरुआत इतनी ज्यादा सफल रही जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए पहला राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ।

प्रसंशकों से मिला अमिताब बच्चन से ज्यादा प्यार

वर्ष 1980 के दौरान उन्होंने अपने आप को एक अभिनेता के साथ एक डांसिंग स्टार के रूप में भी लोगों के सामने प्रदर्शित किया जिसको दर्शकों ने बहुत पसंद किया और वे भारतीय फिल्मों में एक बेहद ही चाहिते अभिनेता बन गए। वर्ष 1982 में बहुत बड़ी हिट फिल्मो मे एक ‘डिस्को डांसर’ में स्ट्रीट डांसर जिमी की भूमिका ने उन्हें और भी ज्यादा लोकप्रिय बनाया। वर्ष 1980 यह एक ऐसा समय बन चुका था जिसमे प्रसंशकों ने अमिताब बच्चन से ज्यादा इस कलाकार को अपना प्यार दिया और अब तक के वे सबसे लोकप्रिय कलाकारों की लिस्ट में ऊपर हैं।

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इस अवॉर्ड से भी हो चुके हैं सम्मानित

उनहोने अब तक अपने करियर में कुल मिलाकर बॉलीवुड की 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है व इसके अलावा उन्होंने बांग्ला, ओड़िया और भोजपुरी में भी बहुत सारी फिल्में की हैं। Mithun Chakraborty मोनार्क ग्रुप के मालिक भी हैं जो होस्पिटालिटी सेक्टर में कार्यरत है। बता दें की मिथुन को हाल-फिलहाल में ही 22 अप्रैल 2024 को दिल्ली में द्रौपदी मुर्मू द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। जिसके बाद अब उन्हे 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स सेरेमनी के दौरान 8 अक्टूबर 2024 को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड दिया जाएगा।

पहले रह चुके हैं कट्टर नक्सली

कोलकाता मे जन्मे Mithun Chakraborty फिल्म इंडिस्ट्री में आने से पहले एक कट्टर नक्सली थे। लेकिन उनके परिवार को कठिनाई का सामना तब करना पड़ा जब उनके एकमात्र भाई की मौत दुर्घटनावश बिजली के करंट लगने से हो गयी। इसके बाद मिथुन अपने परिवार में लौट आये और नक्सली आन्दोलन से खुद को अलग कर लिया। यह करने से उनके जीवन में एक मोड आया लेकिन उनको हमेशा यही बात का डर लगता रहता था की नक्सलवादी उनको और उनके परिवार को कोई नुकसान ना पहुँचा दे क्योंकि नक्सलवाद को वन-वे रोड माना जाता रहा हैं।

मिथुन का व्यक्तिगत जीवन

मिथुन ने मार्शल आर्ट में महारत हासिल की है। अगर उनके विवाहित जीवन के बारे में बात करें तो उन्होंने एक भारतीय अभिनेत्री योगिता बाली से शादी की है तथा उनके चार बच्चे हैं जिसमे तीन बेटे है व एक बेटी है। मिथुन के बडे बेटे मिमो चक्रवर्ती हैं जिन्होंने वर्ष 2008 में फिल्म ‘जिमी’ से अपने अभिनय की शुरुवात की। दूसरे बेटे रिमो चक्रवर्ती हैं जिन्होंने फिल्म ‘फिर कभी’ में मिथुन के बचपन का रोल प्ले किया था व उनके अन्य दो बच्चे अभी पढ़ाई कर रहे हैं।

बहुचर्चित फिल्म

उनकी बहुचर्चित फिल्मो में से – मुझे इन्साफ चाहिए (1983),  बॉक्सर (1984), जागीर (1984) प्यार झुकता नहीं (1985), स्वर्ग से सुन्दर (1986), वतन के रखवाले (1987)  प्यार का मंदिर (1988), मुजरिम (1989) और दुश्मन (1990) फिल्म रही है व म्युजिकल फिल्मों में डिस्को डांसर (1982), मुझे इन्साफ चाहिए (1983), प्यार झुकता नहीं (1985), स्वर्ग से सुन्दर (1986), प्यार का मंदिर (1988) में मुख्य भूमिका में अभिनय किया।

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सिर्फ अभिनय के लिए ही नहीं दिया जा रहा यह अवॉर्ड

50 दशक से फिल्मी दुनिया पर राज कर रहे अभिनेता Mithun Chakraborty को केवल उनके अभिनय के लिए ही नहीं यह अवॉर्ड मिल रहा है बल्कि उनके जीवनी पर आधारीत कला व प्रेरणादायक विचारों व कड़ी मेहनत से मुकाम पाने उन्हे इस अवॉर्ड के काबिल समझा गया है। 74 वर्षीय इस एक्टर का यह रिकॉर्ड है की यह आज भी अपने किए हुए फिल्मों के डायलॉग को बोल सकते हैं वह भी बिना याद किए। बालीवुड के नए कलाकारों का यह मानना है की उनके इस प्रेरणा के लिए वे सभी हमेशा अभिनेता के आभारी रहेंगे।

प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की घोषणा

इस खुशखबरी की घोषणा की जानकारी साझा करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने X अकाउंट पर एक पोस्ट किया कि “Mithun Chakraborty को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।” आगे उन्होंने लिखा, “मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमाई यात्रा हर जनरेशन को प्रेरित करती है! यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि दादा साहब फाल्के सिलेक्शन जूरी ने महान अभिनेता, श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके प्रतिष्ठित योगदान के लिए पुरस्कार देने का फैसला किया है।”

पुरुस्कार मिलने की घोषणा पर क्या कहा मिथुन दा ने

सिनेमा जगत के सबसे बड़े पुरुस्कार मिलने की घोषणा पर अभिनेता Mithun Chakraborty ने कहा की “मैं जो महसूस कर रहा हूं उसे बयां करने के लिए मेरे पास कोई भाषा नहीं है। ना मैं हंस सकता हूं, ना खुशी में रो सकता हूं।” उन्होंने आगे कहा की “मैं कोलकाता की गलियों से आया हूं। मैं फुटपाथों से उठा हूं। ऐसी जगह का एक लड़का इतना सम्मान जीत रहा है…मैं इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता था, मैं बेहद खुश हूं। मैं इसे अपने परिवार को समर्पित करता हूं और दुनिया भर में मेरे फैंस को।”

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Rohini Thakur

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