Naresh Goyal: जेट एयरवेज (Jet Airways) कंपनी के फाउंडर नरेश गोयल की पत्नी अनीता गोयल का आज गुरुवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रही थीं। मुंबई के हॉस्पिटल में उन्होंने 3 बजे आखिरी साँस ली। अनीता गोयल का अंतिम संस्कार आज शाम मुंबई में होगा और इस वक्त नरेश गोयल मुंबई में स्थित आवास में है। Naresh Goyal अंतिम समय में अपनी पत्नी के साथ रहे। नरेश भी कैंसर की बीमारी से लड़ रहे हैं।
Naresh Goyal पर आरोप
नरेश गोयल को ईडी ने पिछले साल सितंबर मे गिरफ्तार किया था। उनके ऊपर 538.62 करोड़ रुपए की धोखा धड़ी का आरोप है। उन्होंने केनरा बैंक से जेट एयरवेज के लिए लोन के रूप में पैसे लिए और मनी लॉन्ड्रिंग भी की जिसके चलते ईडी ने उन्हे हिरासत में लिया। वर्ष 1991 में नरेश गोयल ने एयरवेज की शुरुआत एयर टैक्सी के रूप में की थी।
नरेश गोयल को हटना पड़ा अपने पद से
उन्होंने एक साल में चार विमानों का बेड़ा तैयार कर लिया और जेट एयरक्राफ्ट की पहली उड़ान शुरू हो गई। एयर सहारा को साल 2007 में टेकओवर करने के बाद जेट एयरवेज 2010 में देश की सबसे बड़ी एयरलाइन थी। मार्च 2019 में कंपनी पर मुसीबतें आने लगीं, नरेश गोयल को अपने पद से हटना पड़ा और जेट एयरवेज का संचालन भी खत्म हो गया।
अनीता गोयल जेट एयरवेज के ऑपरेशंस के साथ जुड़ी हुई थीं
नरेश गोयल की पत्नी अनीता गोयल को नवंबर में गिरफ्तार कर लिया गया था और स्पेशल कोर्ट ने उनकी बीमारी और उम्र को देखते हुए उनको जमानत दे दी गई।अनीता गोयल जेट एयरवेज के ऑपरेशंस के साथ जुड़ी हुई थीं और साथ कंपनी की एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट भी रही है। वह वर्ष 2015 में एयरलाइन की नॉन-एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट थी पर वह बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का हिस्सा बनी रहीं। देश की सबसे बेस्ट एयरलाइन माने जाने वाली जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 से बंद पड़ी हैं।
नरेश गोयल की जमानत
नरेश गोयल ने पत्नी अनीता गोयल की खराब सेहत को देखते हुए जमानत के लिए आवेदन दिया था। 6 मई को दो महीने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट ने नरेश गोयल को मेडिकल ग्राउंड पर जमानत दी थी। नरेश गोयल को स्पेशल कोर्ट फरवरी में जमानत देने से मना कर दिया था।
शर्त पर मिली जमानत
न्यायधीश एनजे जमादार की एकल पीठ ने नरेश गोयल को एक लाख रुपये की जमानत राशि भुगतान पर जमानत दी है। जमानत इस शर्त पर मिली है की वह मुंबई की पीएमएलए अदालत के अधिकार क्षेत्र में रहेंगे। उन्हे सभी शर्तों का पालन करना है।