Pope Francis: ऐसा क्या कह दिया पोप फ्रांसिस ने जिसके लिए माँगनी पड़ी माफी?

Pope Francis
Pope Francis, image credit: Wikimedia Commons

Pope Francis: 20 मई को इतालवी पादरियों को दिए निर्देशों के दौरान पोप ने अभद्र शब्द का प्रयोग किया था।मंगलवार को Pope Francis ने समलैंगिक पादरियों पर कैथोलिक चर्च के प्रतिबंध की पुष्टि करने के लिए समलैंगिकों के बारे में अभद्र शब्द का इस्तेमाल करने के लिए माफी मांगी। समलैंगिक पुरुषों के प्रति बेहद अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल के आरोपों के जवाब में पोप फ्रांसिस ने माफी जारी की है। फ्रांसिस ऐसा पहले भी कर चुके हैं।

कौन हैं Pope Francis?

Pope Francis जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो का जन्म 17 दिसंबर 1936 ब्यूनस आयर्स  में हुआ। कैथोलिक चर्च के पोप और प्रमुख , रोम के बिशप और वेटिकन सिटी स्टेट के संप्रभु हैं। पोप द्वारा सार्वजनिक माफी जारी करना काफी दुर्लभ है।वेटिकन के एक बयान में कहा गया है कि पोप का इरादा अपमान करना नहीं था और उन व्यक्तियों के प्रति खेद व्यक्त किया जो “एक शब्द के इस्तेमाल से आहत” थे।

प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने अपने वर्णन में कहा…

वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने अपने वर्णन में कहा की फ्रांसिस की टिप्पणियों के बारे में मीडिया में आईं खबरों को स्वीकार किया है, और कहा की वे उन सभी से माफ़ी मांगते हैं जिन्हे किसी शब्द के इस्तेमाल से आहत पहुंची थी। व्यापक मीडिया कवरेज के माध्यम से ध्यान आकर्षित किया गया है। द गार्जियन रिपोर्ट के अनुसार इतालवी बिशप सम्मेलन में एक सभा के दौरान, पोप ने सुझाव दिया कि समलैंगिक पुरुषों को गिरजाघरों में प्रवेश और पुरोहिती के लिए प्रशिक्षित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। वेटिकन के प्रतिबंध की पुष्टि थी। फ्रांसिस की  बैठक में “फगोटनेस” शब्द का इस्तेमाल किया था।

अक्सर मजाक में करते हैं अपशब्दों का प्रयोग

अर्जेंटीनी पोप 87 वर्षीय अक्सर मजाक में अपशब्दों का प्रयोग करते हैं। इतालवी फ्रांसिस की मातृभाषा नहीं है, इसलिए पोप ने कई बार भाषायी गलतियां की हैं। इतालवी बोलचाल में उनकी कभी-कभी गलतियाँ होने का कारण  विशेष रूप से स्पैनिश भाषियों के बीच गलतियाँ, अर्जेंटीना में एक इतालवी भाषी घराने में उनकी परवरिश होने से है , ऐसा Pope Francis के कुछ समर्थक का मानना है।

समलैंगिक अधिकारों के संबंध में ठोस बदलाव हुए

कैथोलिक धर्म के भीतर समलैंगिक अधिकारों के संबंध में कम से कम ठोस बदलाव हुए हैं। उनके पोप पद के आरंभ में समलैंगिक लोगों के बारे उनसे जब सवाल किया गया तब उन्होंने प्रतिक्रिया करते हुए कहा – “मैं निर्णय करने वाला कौन होता हूं? उनके नेतृत्व में चर्च के रवैये में उल्लेखनीय बदलाव आया है।

poranika image
Poranika Singh

Scroll to Top