Rahul Gandhi: लोकसभा चुनाव 2024 का छठा चरण पूरा हुआ और मतदान के दौरान शनिवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे सांसद Rahul Gandhi ने मतदान किया। वोटिंग के पश्चात राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी और अपनी मां के साथ स्याही लगी उँगलियाँ दिखाते हुए सेल्फ़ी पोस्ट की। राहुल गाँधी के इस पोस्ट के बाद सियासी बयान सामने आए। उनकी पोस्ट सोशल मीडिया में बहुत वायरल है।
बीजेपी नेताओं ने Rahul Gandhi की तस्वीर पर कसा तंज
दरअसल जो सेल्फ़ी पोस्ट किया गया था, उसके पीछे की तस्वीर को लेकर बीजेपी नेताओं ने तंज कसा है। तस्वीर को लेकर दावा है की यह ईसा मसीह की है, साथ ही ये आरोप है की Rahul Gandhi खुद को ‘जनेऊधारी ब्राह्मण’ कहते है पर उनके कमरे में ईसा मसीह की तस्वीर थी, लेकिन कोई हिंदू देवताओं की तस्वीर नहीं थी।
भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह ने किया ट्वीट
भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा -“यह अच्छी बात है की आप जिस धर्म का पालन करते है, उस धर्म के प्रवर्तक की तस्वीर आपके घर में होनी चाहिए। Rahul Gandhi के पीछे ईसा मसीह की तस्वीर लगी है। लेकिन जब यह परिवार ईसाई धर्म का पालन करता है तब इसे खुलकर यह कहने में संकोच क्यों है की हाँ हम ईसाई है।” राइट-विंग इनफ़्लूएंसर और भाजपा समर्थक रौशन सिन्हा और अजीत दत्ता ने जीजस क्राइस्ट की तस्वीर होने का दावा किया है।
तस्वीर की सच्चाई
तस्वीर के बारें में सच्चाई पता लगाई गई की यह तस्वीर आखिर है किसकी? ये तस्वीर निकोलस रोएरिच की आर्ट गैलरी में मौजूद थी। इनके अनुसार तस्वीर का नाम “मैडोना ओरिफ्लेमा” है। जिसे 1932 में निकोलस रोएरिच ने बनाया था। इस पेंटिंग में शांति का बैनर दिखाया गया है और इसमे एक घेरे के अंदर 3 लाल बिंदू है, जो रोएरिच पैक्ट का प्रतीक एक शांति ध्वज है। ये ध्वज कलात्मक, वैज्ञानिक और ऐतिहासिक संस्थानों और स्मारकों के संरक्षण के लिए समर्पित पहले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन से जुड़ा हुआ है।