Ratan Tata: भारत के लिये एक बेहद ही दुखद खबर आ रही है जिसमे टाटा ग्रुप के मालिक और भारत के जाने-माने बड़े व्यापारी रतन टाटा का निधन हो गया है। 86 वर्षीय Ratan Tata का बुधवार देर रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था जिसके बाद अब उनके पार्थिव शरीर को गुरुवार 10 अक्टूबर, 2024 की सुबह उनके घर से सफेद फूलों से सजे शववाहन में दक्षिण मुंबई स्थित एनसीपीए ले जाया गया, जहां लोगों के अंतिम दर्शन के लिए इसे रखा जाएगा। कुछ ही दिनों पहले उनके स्वास्थ्य के बारे में खूब चर्चाए हो रही थीं तो आइए जानते है इस विषय के बारे में विस्तार से।
कौन हैं Ratan Tata?
86 वर्षीय Ratan Tata का जन्म 28 दिसम्बर 1937 में मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन होने के साथ इन्हे उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र में सम्मानित पुरुस्कार वर्ष 2008 में पद्म विभूषण और वर्ष 2000 में पद्म भूषण से नवाजा गया था। उन्होंने कैथेड्रल और जॉन कानोन स्कूल, बिशप कॉटन स्कूल के साथ कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की हैं। उद्योगपति रतन टाटा ने मार्च 1991 में देश के सबसे बड़े औद्योगिक टाटा ग्रुप के चेयरमैन का पद संभाला और वह वर्ष 2012 में सेवानिवृत्त हुए थे।
निजी अस्पताल में हुआ निधन
भारत के सबसे बडे और जाने-माने व्यापारी, टाटा ग्रुप के मालिक Ratan Tata का निधन मुंबई के एक निजी अस्पताल में बुधवार की देर रात को हो गया। इस खबर से हर कोई दुखी है व सभी उनके इस तरह चले जाने से अचरज भी महसूस कर रहे है क्योंकि कुछ ही दिनों पहले उनके स्वास्थ्य को लेकर कुछ चर्चाए हो रही थी जिन पर उद्योगपति रतन टाटा ने ट्वीट कर जानकारी दी थी की उनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है वे थोड़े उम्र से साथ ढल रहे है और वे अपने स्वास्थ्य के प्रति अच्छा महसूस कर रहे है।
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इस बात को नकारा था
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह दावे किये जा रहे थे की ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण अचानक उन्हे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईयूसी में भर्ती किया गया है और यह कहा गया की कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. शारुख अस्पी गोलवाला के देखरेख में रखा गया है। लेकिन इसके बाद ही पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने अपने एक्स हैंडल पर खुद पोस्ट करके इस बात को नकारा था। नकारने के साथ उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर सभी को अहम जानकारी भी दी की यह सभी एक अफवाह है और वे बिल्कुल ठीक हैं।
उद्योगपति Ratan Tata ने सभी अफवाहों का खंडन करते हुए सोशल मीडिया में अपनी स्वास्थ्य की जानकारी दी थी और एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था की “मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में फैली अफवाहों से अवगत हूं और मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये दावे निराधार हैं। मैं इस समय अपनी उम्र और सेहत संबंधी जरूरी चिकित्सा की जांच करवा रहा हूं। चिंता की कोई बात नहीं है और मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। जनता और मीडिया से अनुरोध करता हूं कि वे गलत सूचना फैलाने से बचें।”
अचानक मृत्यु से सभी अचंभित
उनके खूद इस तरह के ट्वीट के बाद उनकी यह अचानक मृत्यु सभी को अचंभित कर रही है क्योंकि उन्होंने कहा की वे अब अच्छा महसूस कर रहे हैं तो फिर उन्होंने इस दुनिया से जाने का फैसला क्यों लिया? इन सभी से परे बता दें की टाटा अपने पीछे बहुत सी जिम्मेदारियों को अपने परिवार के प्रति छोड़ के गए हैं अब ऐसे में देखना यह होगा की टाटा ग्रुप का अगला मालिक कौन होगा जो उनकी इस कंपनी की बडी जिम्मेदारियों को अपने कंधों पर लेता है और उसे उसी तरह सहीं ढंग से संभाल पाता है जैसे Ratan Tata ने आज तक संभाला हुआ था?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Ratan Tata के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें “एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान” बताया तथा कांग्रेस ने कहा कि वह “पद्म विभूषण श्री रतन टाटा के निधन से बहुत दुखी है, जो भारतीय उद्योग के एक दिग्गज और एक परोपकारी व्यक्ति थे जिन्होंने भारत के कॉर्पोरेट परिदृश्य को आकार दिया।” इसके साथ ही बाकी नेताओ और उद्योगपतियो ने भी उनके लिये 2 मिनट का मौन धारण किया और उन्हे सहृदय श्रद्धांजलि दी।
Ratan Tata की मृत्यु भारतीय व्यापार जगत में एक ऐसे युग का अंत है, जिसमें एक ऐसे व्यक्ति ने देश के औद्योगिक परिदृश्य को नया आकार दिया और अपने परिवार के स्वामित्व वाले समूह को वैश्विक शक्ति में बदल दिया। उनके निधन पर पूरा देश शोक में है और पूरे देश में श्रद्धांजलि की लहर है।
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एनचंद्रन ने कहा
86 वर्ष टाटा को आयु एसोसिएटेड हेल्थ एसोसिएट्स के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था और उनका इलाज चल रहा था जिसके बाद बुधवार को Ratan Tata के निधन की घोषणा करते हुए, टाटा संस के चेयरपर्सन एनचंद्रन ने कहा की “यह बहुत बड़ा नुकसान है कि हम श्री रत्न नवल टाटा को अंतिम विदाई दे रहे हैं, जो वास्तव में एक प्रमुख नेता थे, जिन्होंने अतुल्य योगदान दिया न केवल टाटा ग्रुप को बल्कि हमारे राष्ट्र के ताने-बाने को भी आकार दिया गया है… पूरे टाटा परिवार की ओर से, उनके प्रियजनों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। उनकी विरासत हमें प्रेरित करती रहती है।”
एकनाथ शिंदे ने की एक दिन के शोक की घोषणा
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी दिग्गज उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति के सम्मान में गुरुवार को एक दिन के शोक की घोषणा की। महाराष्ट्र में सरकारी दफ्तरों में सम्मान के तौर पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। गुरुवार को होने वाले कई कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। रतन टाटा का पार्थिव शरीर आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) में रखा जाएगा, जहां लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकेंगे।
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