Remal Cyclone: 26 मई 2024 रविवार को Remal Cyclone पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकरा गया। भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि जिस वक्त तूफान की टक्कर तटों से हुई, उस वक्त हवा की रफ्तार 110-120 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच गई थी। ये हवाएँ बढ़कर 135 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार तक भी पहुंची थी। चक्रवाती तूफान रेमल मानसून से पहले के मौसम में बंगाल की खाड़ी में आने वाला पहला चक्रवात रहा है।
Remal Cyclone से 15000 घर प्रभावित हुए
Remal Cyclone की तट से टक्कर की शुरुआत रविवार रात 8.30 बजे हुई थी, और चार घंटे तक चलती रही। जिसके कारण तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान भी हुआ है। रेमल तूफान ने भारी तबाही मचाई, जो साफ तौर पर सोमवार को देखा जा सकता है। पेड़ उखड़ गये, छत हवा में उड़ी और खंभे भी जमीन में गिरे हुए थे। पश्चिम बंगाल के 24 ब्लॉक और 79 नगरपालिका वार्ड में 15000 घर प्रभावित हुए है।
तूफान के कारण हादसे में 2 लोगों की मौत
तूफान ने प्रभावित इलाकों में कई संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है। तूफान के कारण हादसे में 2 लोगों की मौत हुई है। तटीय इलाकों को काफी हद तक क्षति पहुंची है। Remal Cyclone की वजह से कई झोपड़ियों के छत ध्वस्त हो गए है, साथ ही पेड़ और खंभे गिर गये। परिणाम स्वरूप कोलकाता सहित राज्य के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई।
पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा असर
IMD (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग) के अनुसार Remal Cyclone अब धीरे-धीरे कमजोर होने लगा है। रेमल चक्रवात का भयानक असर सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल में हुआ। पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में अधिकतर क्षति हुई है। कई क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद जलभराव हुआ है,और झोपड़ी और मिट्टी के घरों और खेतों में पानी भर गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ( IMD) ने अलर्ट जारी किया
भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वी क्षेत्रीय प्रमुख सोमनाथ दत्ता ने संकेत दिया कि दक्षिणी बंगाल के कई क्षेत्रों में तूफान का असर रहेगा साथ ही भारी बारिश और तेज हवाएँ रहेगी। IMD ने पूर्वोत्तर भारत के कई जिलों के लिए अलर्ट जारी किया, जिनमे चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है।
राज्यपाल द्वारा प्रभावित इलाकों का आँकलन
सरकार ने रेमल चक्रवाती तूफान के आने से पहले संवेदनशील इलाकों से एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। सागर द्वीप, सुंदरबन और काकद्वीप सहित दक्षिण 24 परगना जिले से लोगों को मुख्य रूप से बाहर निकाला गया। बंगाल के राज्यपाल द्वारा प्रभावित इलाकों का आँकलन लिया जा रहा है।
रेल और हवाई यातायात सेवा बंद
रेल और हवाई यातायात प्रभावित है। Remal Cyclone के चलते कई रेल सेवा बंद है। वहीं रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित करने का निर्णय किया। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान निलंबन अवधि के दौरान अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्रों में आने-जाने वाली कुल 394 उड़ानों का हवाई अड्डे से संचालन नहीं होगा।