Sam Pitroda:इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया क्योंकि उन्होंने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वालों पर विवादित टिप्पणी कर दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
Sam Pitroda:पूर्वी हिस्से के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी
इससे पहले कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने कुछ ऐसा कह दिया था, जिसे लेकर बुधवार को विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने कहा था कि देश के पूर्वी हिस्से के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं। हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। हम 75 साल से बहुत सुखद माहौल में रह रहे हैं, जहां कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं। काली रंग की त्वचा पर दिए गए सैम पित्रोदा के इस कथन ने नया सियासी तूफान खड़ा कर दिया है।
त्रुटिपूर्ण और अस्वीकरणीय उपमाएं: जयराम रमेश
सैम के इस कथन से कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि सैम पित्रोदा की ओर से भारत की विविधताओं को जो उपमाएं दी गई हैं, वह त्रुटिपूर्ण और अस्वीकरणीय हैं। रमेश ने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि पित्रोदा का इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वीकार कर लिया है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन सादृश्य से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।
श्री सैम पित्रोदा ने अपनी मर्ज़ी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है।
Mr. Sam Pitroda has decided to step down as Chairman of the Indian Overseas Congress of his own accord. The Congress…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 8, 2024
बयान को सकारात्मक रूपों में
राजनीतिक वाद-विवादों में पित्रोदा के बयान को सकारात्मक रूपों में भी लिया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है की सैम का कहना कुछ इस प्रकार से था की भारत बहुत विशाल और विविधताओ से भरा देश है। इस विविधता के बाद भी पूरा भारतीय समाज एकत्रित होकर एक साथ रहता है और यही भारत की असली ताकत है। लेकिन चुनावी समय में इसकी व्याख्या अलग तरह से की जा रही है।
विपक्षी पार्टी का मुखौटा उतरता जा रहा है: प्रधानमंत्री
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पित्रोदा की ‘नस्ली’ टिप्पणियों को लेकर उन पर निशाना साधा और पलटवार किया और प्रधानमंत्री ने कहा की, “जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव आगे बढ़ रहा है, विपक्षी पार्टी का मुखौटा उतरता जा रहा है।” पित्रोदा के विवादास्पद बयानों को कांग्रेस की विभाजनकारी मानसिकता करार दिया जाता है, PM मोदी ने उनसे सवाल भी किया की क्या तमिल संस्कृति और गौरव के लिए द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) अपने सहयोगी इस प्रमुख विपक्षी पार्टी से नाता तोड़ेगी?
కాంగ్రెస్ యువరాజుకు స్నేహితుడు,కీలక సలహాదారుడు, మార్గదర్శి అయిన ఒక సీనియర్ కాంగ్రెస్ నాయకుడి వ్యాఖ్యలు నాకు చాలా జుగుప్సాకరంగా అనిపించాయి. అతని వ్యాఖ్యలు జాత్యహంకారపూరితమైనవిగాను,చాలా పేలవమైన అభిరుచితోనూ ఉన్నాయి. pic.twitter.com/9WEtdDgWrH
— Narendra Modi (@narendramodi) May 8, 2024
द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने में जमकर विरोध…
नरेंद्र मोदी ने कहा की गांधी परिवार के करीबी और शहजादे के सबसे बड़े सलाहकार ने जो कहा वह बहुत शर्मनाक बयान है। PM ने कहा की जब भाजपा ने आदिवासी समाज से आने वाली द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने का निर्णय लिया था, कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी का जमकर विरोध किया था। अब समझ आया है कि कांग्रेस के लोगों ने काली रंग की त्वचा को देखकर उनका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि यह भी संभव है की कांग्रेस के लोगों ने उन्हें (द्रौपदी मुर्मू) को भी अफ्रीका का ही मान लिया होगा।
भाजपा इसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश…
कांग्रेस के नेता ने कहा की इस बयान को भाजपा दक्षिण भारत में बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है, अगर भाजपा इसे मुद्दा बनाने में सफल रही, तो अगले चरण में आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटें और तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटें में उसे इसका लाभ मिल सकता है।
तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में भाजपा की संभावनाएं
भारतीय जनता पार्टी आंध्रप्रदेश में टीडीपी और जनसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। पार्टी को लोकसभा में छह सीटें और विधानसभा में 10 सीटें मिली हैं, जिसमें तीन लोकसभा सीटों पर उनकी दावेदारी मजबूत बताई जा रही है। पार्टी शुरुआती दौर में तेलंगाना में आठ से दस लोकसभा सीटों पर अपनी जीत तय मान रही हैं, इसमें तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में भाजपा इस बार अपने लिए ज्यादातर संभावनाएं देख रही है।