Vedanta Resources: पिछले कुछ दिनों से यह दावा मीडिया रिपोर्ट द्वारा किया जा रहा था की वेदांता के प्रमोटर वेदांता लिमिटेड में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की 2.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहे है तथा वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही तक, वेदांता के प्रमोटरों के पास कंपनी में 61.95 प्रतिशत हिस्सेदारी थी जिसमें की इन सभी दावों से परे भारतीय-सूचीबद्ध इकाई वेदांता लिमिटेड की मूल कंपनी Vedanta Resources लिमिटेड ने अपनी सहायक कंपनी में किसी भी हिस्सेदारी को बेचने की किसी भी मीडिया रिपोर्ट का स्पष्ट रूप से खंडन किया हैं।
अनिल अग्रवाल ने दावों को नकारा
जानकारियों के अनुसार, 21 जून शुक्रवार को यह दावा किया किया था की वेदांता के प्रमोटर भारतीय सूचीबद्ध इकाई में ₹4,000 करोड़ से अधिक मूल्य की 2.5% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। लेकिन यह सभी रिपोर्ट गलत साबित हो गई क्यूंकी उन्होंने एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि उनकी, अपनी हिस्सेदारी को वर्तमान स्तर से और कम करने की कोई योजना नहीं हैं।
Vedanta Resources: अनिल अग्रवाल ने कहा
सभी दावों को नकारते हुए अनिल अग्रवाल ने कहा ”हमारे पास कंपनी की 62% – 61 पॉइंट कुछ प्रतिशत हिस्सेदारी है और हम सहज हैं। कोई भी निवेश बैंकर आकर मुझे कुछ विचार देता है, हम उस पर काम करेंगे। लेकिन इस समय, हमारी हिस्सेदारी को 61.5% से कम करने के लिए कोई योजना नहीं है।” दावे के अनुसार वेदांता लिमिटेड के प्रमोटर, कंपनी में 2.5% तक हिस्सेदारी बिक्री करने की तैयारी कर रहे थे लेकिन यह सत्य नहीं हैं।
वेदांता लिमिटेड के शेयर्स में उथल-पुथल
वहीं अगर वेदांता लिमिटेड के शेयर्स की बात करे तो इस दावे की खबर के आने से शेयर बाजार में वेदांता लिमिटेड के शेयर्स में उथल-पुथल मच गया था जिससे 21 जून शुक्रवार को वेदांता लिमिटेड के शेयर 469.95 रुपये पर बंद हुए थे तथा इसके एक दिन पहले अर्थात 20 जून को शुक्रवार के मुकाबले साधारण सी गिरावट देखने को मिली थी। वेदांता लिमिटेड के शेयर ने इस साल में अब तक सेंसेक्स में 7% की बढ़त की है तथा शेयर इस साल अब तक 83% बढ़ चुके हैं।
शुक्रवार को वेदांता के शेयर थोड़े बदलाव के साथ ₹469.30 पर बंद हुए। 2024 में अब तक शेयर में 82% की बढ़ोतरी हुई है। 2021 के बाद से यह शेयर के लिए सबसे अच्छा कैलेंडर वर्ष प्रदर्शन है, जब शेयर की कीमत दोगुनी हो गई थी। दावे में बुधवार को बताया कि Vedanta Resources, वेदांता लिमिटेड में 1 अरब डॉलर की हिस्सेदारी निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स को बेचने की योजना बना रही है, जिसके बाद से ही शेयर में इतनी उतार-चढ़ाव देखी गई थी।
31 मार्च 2024 तक कंसोलिडेटेड नेट डेट 12.35 बिलियन डॉलर
सूत्रों के अनुसार, दिसंबर 2022 से वेदांता में प्रमोटर की हिस्सेदारी 70% से घटकर 60% से ज़्यादा रह गई थी जिसके बाद फिलहाल तिमाही मार्च तक वेदांता के प्रमोटरों के पास कंपनी में 61.95% हिस्सेदारी है तथा 31 मार्च 2024 तक कंसोलिडेटेड नेट डेट 12.35 बिलियन डॉलर अर्थात भारतीय रुपया में करीब 1 032,03 अरब है। फरवरी 2024 में वेदांता रिसोर्स की एक और पार्ट फाइनसाइडर इंटरनेशनल ने वेदांता के 6.5 करोड़ शेयर को 1700 करोड रुपए में बेच दिया था उस समय यह डील 265 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से हुई थी इस डील के बाद से वेदांता शेयर में 77 फ़ीसदी तक की तेजी देखी जा चुका हैं।
दावे के मुताबिक
दावे के मुताबिक, वेदांता प्रमोटर कंपनी भारतीय सूचीबद्ध इकाई में ₹4,000 करोड़ से अधिक मूल्य की 2.5% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे है जिससे वो अपने कंपनी के ऋणों का भुकतान कारने में सक्षम हो सके। अनिल अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया की “मुझे लगता है कि हम कर्ज चुकाने में बहुत सहज हैं। हमारे पास अच्छा कैश फ्लो और अच्छा डिविडेंड है, जिससे VRM के सभी कर्ज चुकाने में मदद मिलेगी, फिलहाल कंपनी में हिस्सेदारी और घटाने की कोई योजना नहीं हैं।