कवक (फंगी) की प्रजातियों में से एक प्लास्टिक खाने वाले कवक हैं, जिन्हें प्लास्टिक-डिग्रेडिंग कवक के रूप में भी जाना जाता है।

कवक की यह प्रजाति इतनी ज्यादा खतरनाक होती है की जो प्लास्टिक पॉलिमर को तोड़ और ख़राब कर सकती है जैसे की:- 

1. फोम कुशन और इन्सुलेशन में इस्तेमाल होने वाला एक आम प्लास्टिक पेस्टलोटिओप्सिस माइक्रोस्पोरा एक कवक जो पॉलीयुरेथेन को ख़राब कर सकता है।

2. एस्परगिलस टेरियस एक प्रकार का कवक है जो पैकेजिंग में उपयोग किए जाने वाले सामान्य प्लास्टिक पॉलीथीन और पॉलीप्रोपाइलीन को तोड़ सकता है।

3. पेनिसिलियम सिंपलिसिमम एक कवक जो पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC), पाइप और विनाइल उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को ख़राब कर सकता है।

यह कवक, एंजाइम उत्पन्न करते हैं जो प्लास्टिक पॉलिमर को छोटे घटकों में तोड़ देते हैं, जिन्हें बाद में आत्मसात किया जा सकता है या आगे तोड़ा जा सकता है।

यह प्लास्टिक खाने वाले कवक मिट्टी, क्षयकारी कार्बनिक पदार्थ, प्रदूषित जलमार्ग व प्लास्टिक खाने वाले कीड़ों की आंतों में भी पाए जाते हैं

वातावरण में प्लास्टिक कचरे की बढ़ती उपस्थिति के कारण ये कवक पोषक तत्वों के स्रोत के रूप में प्लास्टिक को ख़राब करने के लिए विकसित हुए हैं।

पर्यावरण में प्लास्टिक प्रदूषण को साफ करने के लिए यह कवक उपयोगी साबित हो सकता है।

लैंडफिल या रीसाइक्लिंग सुविधाओं में प्लास्टिक कचरे को तोड़ने के लिए यह एक अच्छा उपाय बन सकता है।

इस कवक का उपयोग नई व टिकाऊ सामग्री को विकसित करना है जो कवक द्वारा अधिक आसानी से बायोडिग्रेडेबल हो।

वर्तमान में, फंगल प्लास्टिक क्षरण एक धीमी प्रक्रिया है जिसके लिए बड़े पैमाने पर अनुप्रयोगों के लिए अनुकूलन की आवश्यकता होती है।

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