प्रवीण कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, जिससे भारत के पैरालंपिक पदकों की संख्या 26 हो गई।

उन्होंने पुरुषों की ऊंची कूद T64 फाइनल में 2.08 मीटर की सबसे ऊंची छलांग लगाकर शीर्ष स्थान हासिल किया, जो एक क्षेत्रीय रिकॉर्ड भी है।

यह 2023 विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी था।

प्रवीण को T64 के अंतर्गत रखा गया है, यह उन एथलीटों के लिए है जिनके एक पैर के निचले हिस्से में मूवमेंट कम या मध्यम रूप से प्रभावित है।

2.08 मीटर की छलांग के साथ, उन्होंने दूसरा पैरालिंपिक पदक जीता, व पैरालिंपिक इतिहास में भारत के लिए 11वां पदक भी जीता।

इस प्रतिस्पर्धा में अमेरिका के डेरेक लोकिडेंट ने 2.06 मीटर की छलांग के साथ दूसरा स्थान व रजत पदक जीता हासिल किया।

इस जीत ने भारत को पैरालिंपिक इतिहास में रिकॉर्ड तोड़ 6 स्वर्ण पदक दिलाया, जो 2022 टोक्यो पैरा खेलों में उनके पांच स्वर्ण पदकों की उपलब्धि को पार कर गया।

21 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत की झोली में छठा स्वर्ण डालकर कुल पदक संख्या 26 पहुंचा दी, जिसमें नौ रजत और 11 कांस्य पदक शामिल हैं।

टोक्यो के रजत पदक विजेता के रूप में, 21 वर्षीय एथलीट प्रवीण ने 1.89 मीटर से शुरुआत करने का विकल्प को चयन किया।

उन्होंने अपने पहले प्रयास 1.89 मीटर मे ही सात छलांगें लगाईं और प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक जीतने की दिशा में आगे बढ़ गए।

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