World Menstrual Hygiene Day : हर साल 28 मई को दुनिया भर में ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस (World Menstrual Hygiene Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है की माहवारी के दौरान युवतियों और महिलाओं को स्वच्छता का ख्याल रखने के प्रति जागरूक किया जाए। इस दिन की शुरुआत वर्ष 2014 में 155 भागीदारों और 89 मीडिया हाउस के साथ जर्मन नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन WASH यूनाइटेड द्वारा की गयी थी।
क्या होता है पीरियड्स या मासिक धर्म: World Menstrual Hygiene Day
प्रत्येक महिला 10-55 वर्ष की आयु में हर महीने एक प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया से गुजरती है। जिसे पीरियड्स या मासिक धर्म कहा जाता है। इस प्रक्रिया में गर्भाशय की दीवारें खिसक जाती हैं और योनि के माध्यम से भारी रक्त प्रवाह होता है। विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ ऑनलाइन कार्यक्रम में लिंग संवेदनशीलता, स्वच्छता और स्वच्छता सुविधाओं से मासिक धर्म स्वच्छता पर चर्चा करतें है।
अरुणाचलम मुरुगनथम ने इस क्षेत्र में क्रांति लाई
2018 में आई मूवी ‘पैडमैन’ जो अरुणाचलम मुरुगनथम की वास्तविक जीवन की कहानी से प्रेरित है। जिसमें मुख्य भूमिका में अक्षय कुमार और राधिका आप्टे ने निभाई थी। अरुणाचलम मुरुगनथम कम लागत वाली सैनिटरी पैड की मशीन का आविष्कार किया। उनको इस आविष्कार के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।अरुणाचलम मुरुगनाथम (जन्म 12 अक्टूबर 1961) जिन्हें पैडमैन के नाम से भी जाना जाता है, भारत के तमिलनाडु में कोयंबटूर के एक सामाजिक उद्यमी हैं। इन्होंने भारत के ग्रामीण में मासिक धर्म के पारंपरिक अस्वास्थ्यकर प्रथाओं में जागरूकता एक नई प्रणाली के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास किया। आज World Menstrual Hygiene Day के दिन अरुणाचलम जी को आभार व्यकत करना आवश्यक है।
पीरियड्स से जुड़ी भ्रांतियां
World Menstrual Hygiene Day को मनाने का उद्देश्य पीरियड्स से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी लोगों तक पहुँचाने से है। आज भी कई तरह की भ्रांतियां मासिक धर्म को लेकर फैली हुई है। इसके आसपास मौजूद मिथकों के कारण सदियों से महिलायें भयभीत रही है।मासिक धर्म वाली महिलाओं का स्वास्थ्य न केवल बल्कि कई स्तरों पर लैंगिक समानता भी बाधित होती है।
पीरियड्स में लापरवाही से होने वाले नुकसान
आज भी कई लोग रूढ़िवादी सोच का शिकार है। गाँव के लोग ही नहीं बल्कि शहर की महिलायें भी पीरियड्स से जुड़ी जरूरी चीजों के बारे में अनजान है। World Menstrual Hygiene Day में यही जानकारी की पीरियड्स में लापरवाही से सर्वाइकल कैंसर या योनि संक्रमण जैसी गंभीर समस्याएँ होती है बताया जाता है।
Menstrual Hygiene के लिए योजनाए
यूनिसेफ और भारत सरकार ने योजना के माध्यम से सामाजिक समुदाय और स्कूलों, कॉलेजों में सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराई है, जिनके पास मासिक धर्म उत्पादों तक पहुंच नहीं है। मध्यप्रदेश राज्य सरकार ने उदिता योजना के माध्यम से कम कीमत पर सैनिटरी नैपकिन स्कूलों, कॉलेजों और आंगनबाड़ियों में उपलब्ध कराई गई थी। यह मासिक धर्म की सुंदरता और गरिमा की सराहना करने और यौन स्वास्थ्य और प्रजनन के लिए अधिक समावेशी और लिंग-पुष्टि दृष्टिकोण को बढ़ावा देने का भी दिन है।
World Menstrual Hygiene Day पर मासिक धर्म स्वच्छता की युक्तियाँ
World Menstrual Hygiene Day पर आप के लिए मासिक धर्म स्वच्छता की 7 युक्तियाँ, जिसे महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए पालन करना चाहिए –
1. संतुलित आहार लें।
2. सही सैनिटरी उत्पाद का उपयोग मासिक धर्म प्रवाह के प्रबंधन में आराम और प्रभावशीलता सुनिश्चित करता है।
3. सैनिटरी पैड बदलने से पहले और बाद में अपने हाथ धोएं।
4. उपयोग किए गए उत्पादों का सही तरीके से निपटान करें। सैनिटरी उत्पादों को कागज में लपेटें और उन्हें निर्देशित कूड़ेदान में फेंक दें।
5. व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें और जननांग क्षेत्र को दो बार गर्म पानी से धोएं।
6. बैक्टीरिया के विकास और संक्रमण से बचाव के लिए निर्माता के दिशानिर्देशों के अनुसार हर 4-6 घंटे में पैड बदले।
7. मासिक धर्म में अनुभव किए जाने वाले किसी भी लक्षण को रिकॉर्ड करने के लिए एक कैलेंडर या पीरियड-ट्रैकिंग ऐप का उपयोग करें।